गुरुवार, 11 अप्रैल 2024

नैतिक कहानी - Moral Story for Kids in Hindi

मेहनती किसान और उसके आलसी बेटे - नैतिक कहानी



moral story in hindi : एक बार की बात है एक गांव में मीरान नाम का एक गरीब किसान रहता था। मीरान बहुत ही मेहनती था। और वो हर साल अच्छी फसल उगाता था।

मीरान के तीन बेटे थे फिरात,आजाद और मोहम्मद ये तीनों दिल के बहुत अच्छे थे। लेकिन वे बहुत आलसी थे। उन तीनों की किस्मत अपने पिताजी की मेहनत की तरह बिल्कुल नहीं थी ।


 वे तीनों को काम करने की जगह एक पुराने पेड़ के नीचे आराम करना पसंद था। और वे तीनों हर दिन एक आसान जिंदगी का सपना देखा करते थे।


एक सुबह मीरान ने अपने तीनों बेटों को उसी पुराने पेड़ के नीचे इकट्ठा किया। नर्म और प्यार भरी निगाहों से मीरान ने अपने बेटों से कहा ! मेरे प्यारे बेटो अब वक्त आ गया है कि हर एक को सफलता का असली मतलब सीखना चाहिए।
 
मीरान ने अपने तीनों बेटों को मुट्ठी भर बीज दिया और कहां इन बीजों को लेकर फसलों में बो दो उन्हें पानी दो और उनका ध्यान रखो और उन्हें बढ़ता हुआ देखो। इस तरह तुम सब मेहनत और लगन का सही मतलब समझोगे।


मीरान की सबसे बड़े बेटे फिरात ने थोड़ा नाराज होकर उस काम को स्वीकार कर लिया और फिर फिरात को देख बाकी ने भी उसे काम को करने के लिए हामी भर दी।

 कहीं महीनें गुजरने के बाद मीरान ने अपने फसलों की अच्छे से देखभाल की उसके खेत फूलों से भरे हुए थे। और तब तक उसके बेटों ने भी बीज बोने के बाद उनकी देखभाल करना भूल गए फसलों की परवाह किए बिना ही उन्होंने ही फसलों की देखभाल करना भूल गए।

जब मौसम का रूप बदला जमीन एक बार फिर से सर्दियों के नींद से जागी।मीरान अपने बेटों को फिर से खेतों में ले गया, उन्हें आश्चर्य हुआ क्योंकि अपने पिता की फसल लंबे और सोने के रंग की तरह हो चुकी थी। 


मीरान की फसल उसकी निरंतर मेहनत और समर्पण की गवाही थी। मीरान अपने बेटों की तरफ मुड़कर मुस्कुराया और कह ! मेरे प्यारे बच्चों मेहनत का फल देखो सफलता उसी को मिलती है,जो दिन भर बेकार नहीं बैठता जो मेहनत और लगन से बीज उगाता है और उन्हें एक साथ पलता है।

मीरान के तीनों बेटों को अपने पिता की बात समझ आ गई । नई समझ के साथ फिरात,आजाद और महमूद ने कसम खाई कि वह अपने पिता के दिखाएं रास्ते पर चलेंगे।

उस दिन के बाद से वह अपने पिताजी के साथ खूब मेहनत करने लगे उनके हाथ मिट्टी में दबे रहे और उन तीनों को भरोसा हो गया था कि मेहनत  ही सफलता की चाबी है । और इस तरह सालों बीतने के साथ मीरान आलसी बेटों ने अपने समुदाय के लिए एक मिसाल बन गए। उनकी विरासत मेहनत और समर्पण के गर्भ में बसी हुई थी।


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