सोमवार, 18 मार्च 2024

Inspiring Best Motivational Moral Story in Hindi - प्रेरणादायक कहानी | Inspirational Story


Motivation Story आज की ये कहानी इस बात पर आधारित है कि जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए आपकी सोच जिंदगी में आने वाले  चुनोतियों से बड़ा होना चाहिए । आपको सफलता तभी मिलेगी जब आपकी सोच बड़ी होगी ।

Motivation Hindi Short Moral Story For Kids|Hindi Kahani |Motivational Hindi Story 

 छोटे बीज का बड़ा सपना

एक समय की बात है ,घने जंगलों के बीच एक खूबसूरत मैदान में रंग-बिरंगे फूलों और लंबे पेड़ो से भरी हुई वाटिका में एक छोटा सा बीज रहता था। उसका नाम था टुफु। टुफु का सपना था कि वह पूरे जंगल में सबसे ऊंचा पेड़ बन आसमान को छुना चाहता था। और इसलिए वो हर दिन आसमान को छूने का सपना देखता था।


पर उसके सामने एक परेशानी थी क्योंकि टुफू बस एक छोटा सा बीज था,और सबसे ऊंचा पेड़ बनना उसे लगभग असंभव लगता था।पर टुफू ने अपने सपने को पुरा करने के लिए मन में गांठ बांध लिया था। हर दिन वह सूरज की गर्मी और मिट्टी के पोषण को अपने अंदर भरता जाता और धीरे-धीरे बढ़ता जाता पर जैसे-जैसे दिन गुजरता था टुफु अपने आप को और छोटा महसूस करता था। 


एक दिन एक बुद्धिमान पेड़ ओक ट्री ने  टुफु को संदेह की नजरों से देखा और पूछा कि तुम इतनी कड़ी मेहनत क्यों करते हो ? जब तुम कड़ी धूप से झुलस गए हो।तब टुफु कहता है,मेरे एक सपना है कि मैं सबसे ऊंचा पेड़ बनकर आसमान को छु पाऊं।

Hindi New Moral Story 2024

ओक ट्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत करना पड़ता है ,पर याद रखो उन्हें हासिल करने के लिए धैर्य,संघर्ष और चुनौतियों से भरा सफर तय करना पड़ता है।


टुफु ओक ट्री की बातों को अच्छे से समझ गया था। उसने उस दिन से अपने मन में ठान लिया की सबसे ऊंचे पेड़ बनने के सफर में संघर्ष के साथ समय और धैर्य की आवश्यकता होगी । इसलिए उसने अपनी जड़े गहरी और सूरज की ओर इसकी पत्तियों को फैला दिया। अपने सपने को पूरा करने के लिए हर रोज यही करता रहा । 

Prernaadaayak Kahani 

 कहीं साल बीत गए लेकिन टुफु अपने ध्यान में अडिग रहा। उसने बारिश में तूफानों और आंधियों से डटकर मुकाबला किया और सीना तान के उनसे लड़ने के लिए तैयार रहता था। धीरे-धीरे सुखापन और भीषण गर्म से उसके तनें और पत्ते भी झुलसने लगे पर इतना काफी नही था वो जानवरों और पक्षियों का बसेरा बनने के बाद भी कभी हार नहीं माना।


 उसे खुद पर विश्वास था कि वो ये कर सकता है।धीरे-धीरे टुफु बड़ा होने लगा उसका तन ढीला हुआ उसकी शाखाएं फैलने लगी उसके पत्ते खुशी से हवा में नाचने लगे थे।



एक दिन टुफु सुनहरी सुबह में सूरज की चमक से नीचे लेट रहा था । तो उसने कुछ अजीब बातें महसूस किया उसने देखा कि वह दूसरे पेड़ों से ऊंचा हो गया था और उसकी शाखाएं सच में बड़ी हो गई थी, शाखाएँ आसमान को छूने लगी थी।जैसा कि उसने हमेशा अपने सपनों में देखा था।

ये देखकर टुफु बहुत खुश हुआ उसने धरती सूरज और आसमान को धन्यवाद किया।लेकिन सबसे ज्यादा उसने अपने आप को धन्यवाद दिया कि उसने अपना धैर्य और आत्म विश्वास कभी नहीं खोया। और संघर्ष करता रहा।

सीख

टुफु की कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि धैर्य और संघर्ष से सपने साकार हो सकते हैं।चाहे आप खुद को कितना भी छोटा क्यों न महसूस करें ? चाहे आपको आपका सपना कितना ही असंभव क्यों ना लगे। अगर आप खुद पर विश्वास रखेंगे तो यकीनन आपके लिए कुछ भी असंभव नहीं होगा ।और आप किसी भी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं और अपने हाथ सितारों की और बढ़ा सकते हैं। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें